मेमोरी पावर कैसे बढ़ाएं? /मेमोरी पावर बढ़ाने की जड़ी-बूटी शंखपुष्पी
आज की भागदौड़ वाली जिंदगी में आदमी अपने खाने-पीने पर उचित ढंग से ध्यान नहीं दे पाता है जिसके कारण उसके शरीर में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्त्वो की कमी के कारण कई प्रकार के स्वास्थ्य समस्याएं जैसे मानसिक थकान मेमोरी का क्षीण होना , शारीरिक थकान, अनिद्रा अपच , कब्ज इत्यादि उत्पन्न हो जाती हैं।
बच्चों में मेमोरी या याददाश्त कम होने से उनका पढ़ाई के प्रति रुझान कम होने लगता है और वे क्लास के अन्य बच्चों से पढ़ाई में पिछड़ने लगते लगते हैं। इन सब समस्याओं को दूर करने आयुर्वेद में हर्ब शंखपुष्पी का वर्णन किया गया है।
शंखपुष्पी का वैज्ञानिक नाम/वानस्पतिक नाम कोनोवुल्लूस प्लूरिकालिस (Convolvulus pluricaulis) है।इसे संस्कृत में मंगला कुसमा, शंखपुष्पी तथा हिंदी में शंखुली के नाम से जाना जाता है।
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मेमोरी पावर बढ़ाने की जड़ी -बूटी शंखपुष्पी |
शंखपुष्पी अपने चिकित्सीय लाभों के कारण आयुर्वेद में एक बहुत महत्वपूर्ण जड़ी बूटी मानी जाती है । यह मस्तिष्क की शक्ति, स्मृति में सुधार और एकाग्रता और याद करने की क्षमता में वृद्धि करती है। शंखपुष्पी मुख्य रूप से ब्रेन टानिक के रूप में मेमोरी/ याददाश्त को बढ़ाने के लिए उपयोग में लाई जाती है।
शंखपुष्पी भारतीय मूल का बारहमासी पौधा है जो भारत के प्रायः सभी भागों में पाया जाता है। शंख के आकार के फूल होने की वजह से इसे शंखपुष्पी कहा जाता है। शंखपुष्पी के पौधे की ऊंचाई लगभग 1 फुट होती है और इसकी पत्तियां 1-4 cm तक लंबी होती है। शंखपुष्पी पौधे तीन प्रकार के होते हैं - लाल, नीले और सफेद फूल वाले। सफेद फूलों वाली शंखपुष्पी का पौधा सबसे अच्छा माना जाता है। शंखपुष्पी के पौधे के फल छोटे, गोल, चिकने, चमकदार और भूरे रंग के होते है।शंखपुष्पी पौधे के सभी भाग- पुष्प, पत्ते, तना, जड़ सभी औषधीय प्रयोजनों के लिए उपयोगी होते हैं।
शंखपुष्पी को पाउडर, पेस्ट, अर्क तथा कैप्सूल के रूप में प्रयोग किया जाता है।
शंखपुष्पी के बहुत सारे चमत्कारी गुण हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
1.यह मेमोरी और ब्रेन पावर को बढ़ाने का काम करता है। एक ब्रेन टानिक होने के कारण शंखपुष्पी लेने वाले लोगों की स्मृति, तर्क समस्या सुलझाने तथा अन्य संज्ञानात्मक क्षमताओं में वृद्धि होती है। शंखपुष्पी में पाये जाने वाले विशेष न्यूरोप्रोटेक्टिव तत्व मस्तिष्क कोशिकाओं की क्षति को रोककर स्मृति हानि को रोकती है जिससे ,मस्तिष्क को संचालित करने और याददाश्त को बढ़ाने में मदद मिलती है।
2 . शंखपुष्पी तनाव को कम करता है: शंखपुष्पी मनोरोगों के इलाज में उपयोगी होता है, जैसे कि चिंता, उदासी, दिमागी थकान और अवसाद के लिए। इसके प्रयोग से तनाव कम होता है और मन की शांति बढ़ती है। थकान को कम करने के लिए 1 चम्मच शंखपुष्पी पाउडर को पानी के साथ दिन में दो बार लें।
3.शंखपुष्पी एक प्राकृतिक नींद लाने वाला औषधि माना जाता है। इसका उपयोग अनिद्रा या असामयिक नींद के इलाज में किया जाता है।
4. शरीर को ताजगी प्रदान करता है: शंखपुष्पी में पाये जाने वाले तत्व व्यस्तता और थकान को दूर करने में मदद करते हैं और शरीर को ताजगी प्रदान करते हैं।
5. शंखपुष्पी श्वासनली को मजबूत करता है: शंखपुष्पी के सेवन से श्वसनली को मजबूती मिलती है, जिससे श्वासनली संबंधी समस्याओं में सुधार होता है, जैसे कि दमा और फेफड़ों की समस्याएं।
6 . शंखपुष्पी मस्तिष्क के रासायनिक असंतुलन (न्यूरोट्रांसमीटर असंतुलन) को समाप्त करके मानसिक तनाव व अवसाद से बचाता है। यह डोपामाइन नामक रसायन के स्रावण को मस्तिष्क में बढ़ाता है ।जिससे व्यक्ति अच्छा और सतर्क महसूस करता है।
7 . शंखपुष्पी में मानसिक चिड़चिड़ापन और आवेग को कम करने के गुण होते हैं।
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यदि आप शंखपुष्पी का सेवन करने का विचार कर रहे हैं, तो सर्वप्रथम अपने चिकित्सक से परामर्श करें और वे आपको सही खुराक और उपयोग के बारे में जानकारी देंगे। यदि आप किसी प्रकार के रोग से पीड़ित हैं, तो कृपया डॉक्टर के परामर्श और उपचार का पालन करें।
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